Male condoms testing - Sigmatest

पुरुष कंडोम परीक्षण Read In English

आईएसओ 23409 के अनुसार पुरुष कंडोम का परीक्षण

कंडोम एक ऐसा उत्पाद है जो एक पुरुष और एक महिला के गुप्तांगो को एक दूसरे के संपर्क में आने से रोकता है इस उपकरण का उद्देश्य पुरुष साथी के वीर्य को महिला साथी के शरीर को छूने या किसी भी तरह प्रवेश करने से रोकना है। यौन संक्रमित बीमारियों के स्थानांतरण और गर्भावस्था को रोकने के लिए कंडोम का उपयोग किया जाता है।

कंडोम का टिकाऊपन

पुरुष कंडोम या तो लेटेक्स से या अन्य सामग्री जैसे पॉलीयूरेथेन और पॉलीसोप्रीन (या मेमने की त्वचा) से बने होते हैं। लेटेक्स कंडोम पतले और मजबूत होते हैं, इसलिए भेड़ की त्वचा से बने कंडोम से अधिक पसंद किया जाता है। लेटेक्स कंडोम सिंथेटिक सामग्री और रबड़ लेटेक्स का मिश्रण है। यह मिश्रण बिना किसी रूकावट के टूटने और हलके घर्षण सहन करने के लिए पर्याप्त मजबूत है । इस मिश्रण की संरचना और निर्माण प्रक्रिया को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया गया है और जब इसे तैयार किया जाता है, तो अंतिम उत्पाद अत्यंत टिकाऊ होता है। लेकिन कभी-कभी कुछ दोष निर्माण प्रक्रिया में घर कर लेते है। दोषपूर्ण उत्पादन के परिणाम स्वरुप एक दोषपूर्ण उत्पाद का उत्पादन किया जाता है। इन दोषपूर्ण उत्पादों का उद्योग विनिर्माण कंपनियों पर गंभीर असर पड़ सकता है। इसलिए वह परीक्षण को ज्यादा महत्व देते है। परीक्षण यह सुनिश्चित करता है कि उनके उत्पाद पूर्व-निर्धारित मानकों के अनुरूप और टिकाऊ हों।

कंडोम के लिए आईएसओ 23409 मानक

मानक कंपनियां जो कंडोम की गुणवत्ता निर्धारित करती हैं, वे आईएसओ द्वारा निर्धारित की जाती हैं। अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (आईएसओ) एक मानकीकरण संस्था है जो कंडोम विनिर्माण कंपनियों के लिए मानकों और विनियमों का पालन करता है। इन नियमों को आईएसओ 23409 के तहत वर्गीकृत किया गया है। ये नियम सख्त हैं और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों के उत्पादन को सुनिश्चित करते हैं। आईएसओ 23409 के अनुसार निर्मित कंडोम 98 प्रतिशत सुरक्षित हैं।

कंडोम का परीक्षण

परीक्षण कंपनियां विभिन्न मानकों पर कंडोम का परीक्षण करती हैं जो उनकी गुणवत्ता और उपयोगिता निर्धारित करते हैं। परिक्षण पैरामीटर निम्नलिखित हैं –

  • कंडोम खोल और प्रतिधारण तंत्र का परीक्षणप्रत्येक कंडोम में एक खोल और प्रतिधारण तंत्र होता है जो इस के कार्य के लिए प्राथमिक होता है। आईएसओ के अनुसार mechanism को स्पष्ट रूप से निर्दिष्ट और मूल्यांकित किया जाना चाहिए, यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई खामियाँ नहीं है जो उत्पाद की दक्षता को कम कर सकती है।
  • रोग़न का परीक्षणकंडोम में इस्तेमाल रोग़न का परीक्षण यह निर्धारित करने के लिए किया जाता कि यह इसके उद्देश्य के लिए उपयुक्त है या नहीं। परीक्षण इसकी विनिर्माण तिथि, समाप्ति तिथि और उपयोग के लिए उपयुक्तता निर्धारित करते हैं।
  • आयाम का परीक्षणप्रत्येक कंडोम के लिए लंबाई और त्रिज्या जैसे आयाम निर्दिष्ट किए हैं। इन आयामों का परीक्षण यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि वे कुशलतापूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं।
  • मात्रा और दबाव का परीक्षणकंडोम का परीक्षण अधिकतम सहनीय आयतन और दबाव के लिए किया जाता है जिसे वे रोक सकते हैं।
  • छेद के लिए टेस्टकिसी भी कंडोम में किसी प्रकार की शारीरिक क्षति या छेद नहीं होना चाहिए । अन्यथा यह विफल हो सकता है।
  • स्थिरता और शेल्फ जीवन का परीक्षणस्थायित्व और शेल्फ जीवन का परीक्षण आईएसओ के अनुसार किया जाता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कंडोम निर्माण समय और समाप्ति की तारीख के बीच उपयोग के लिए उपयुक्त है।
  • जैव-अनुकूलता के लिए परीक्षणएक कंडोम की जैव-अनुकूलता निर्धारित करती है कि क्या वे मनुष्यों द्वारा उपयोग के लिए सुरक्षित हैं। जननांग ऊतकों और कंडोम की सामग्रियों की अनुकूलता की जांच करने के लिए टेस्ट किए जाते हैं।

आईएसओ 23409 के अनुसार इन मानकों का परीक्षण सुनिश्चित करता है कि कंडोम बेहतर गुणवत्ता प्रदर्शित करता हैI

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